नया साल मुबारक हो
आये हम सब मिलकर दिल से ये दुआ करें की हमारी ज़िन्दगी और मुल्क में २०१० जैसा घोटालों से भरा वर्ष फिर कभी ना आए .गरीबों के पेट पर लात माअरk आर सियासत की रोटी चमकाने वाले घोटाले बाज़ नेताओं से खुदा हमें और हमारे मुल्क को महफूज़ रख्खे । न्यू वर्ष में ज़ुल्म और ज़ालिम के खिलाफ आवाज़ बल्नद करें ,गरीब अमीर सभी को इंसाफ मिले ,अपने आस पास के माहौल को बेहतर रखें .अपने मुल्क की यकजहती और भाई चारा की रवायत का एहतराम करे .मुल्क के अमन को नुकसान पहुँचाने वालों की खिलाफ मिलकर लड़ाई लड़ें. कोई ऐसा काम हरगिज़ ना अंजाम दें जिस्स्से हमें हजीमत और शर्मिंदगी हो .साफ़ सुथरा समाज बनाने के लिए कोशिश जरी रखे .देश के लिए ऐसा कोई काम कर जाए जिस्किवाजा से खंडन और मुल्क का नाम रौशन हो .दंगा फसाद फैला कर देश के अमनो अमान को बिगड़ने वालो पर नज़र रख्खे तभी हमरा मुल्क तार्राकी करसकता है । इस बात भी ख्याल रख्खे की हमारी ज़ात से किसी को तकलीफ ना पहुंचे .खुश रहें ,दूसरों को खुश रख्खें और हर तरफ खुशयां फैलाए। फूलों की तरह हंस के गुज़रती रहे hayat गम आप के करीब ना आए खुदा करे .(आमीन)