ऐ ऐम यु ,कतल और बंद :खेल क्या है ?

अलीगढ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के एक बार फिर बंद हो जाने से मेरी तरह दुन्या भर में फैले हुए क़दीम छात्र को जो दिली सदमा हुवा है वोह इस यूनिवर्सिटी से बेलोस मोहब्बत का मामूली इज्हार्य है-यूनिवर्सिटी पर अगर ज़रा सा भी आंच आजाएतो हमबेचैन होजाते है-वि सी ने जल्दबाजी में जो क़दम उठाया है उसकी चौतरफा मज़म्मत की जारही है-मोजुदा हंगामा आरई और यूनिवर्सिटी को बंद करने की जो भी वजह हो उसकी ईमानदारी से जाँच ज़रूरी है -मगर छात्र के इल्जाम पर भी गौर करने की ज़रूरत है-छात्र का कहना है के एक छात्र के कतल के बाद इंतजामिया ने अपनी ज़िमदर५इ ठीक से नही निभाई-जिस की वजह से बज छात्र भड़क गए -मगर इस बार हालात ऐसे नही थे के यूनिवर्सिटी बंद की जाती-यूनिवर्सिटी में हंगामा की जो भी वजह बताई जारही उस में केतनी सच्चाई है उस पर गौर करने के बजाए इस पहलु पर भी गौर करना चाइये के बार बार कतल की वारदात के पीछे की सच्चाई किया है-अगर हम इसी तरह उलझते रहे तो अपने असल मकसद से बहुत दूर हो जाएँगे -और दुश्मन हमारी नाकामी पर जशन मनाएँगे -उनिवेसिटी से मोहब्बत का दावा करने वाले हजरात को उसी खलूस से कम करने की ज़रूरत है जो इस उंवेर्सिटी के बानी सर स्येद aहमद खान में थी-

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