ख़ुशी ज़िन्दगी का मकसद

दुन्या में सब से अच्छी बात खुश रहना ,खुश रखना और खुशिया बाँटना है-यह और बात है के परेशानियां जिंदगी का हिस्सा हैं। इसके बावजूद उसपर मायूस होने के इसका हल तलाशना वक़्त की अहम् ज़रूरत है -नकारात्मक सोच जिंदगी की दिशा और दशा दोनों बदल देती हैं। अपनी सोच सकारात्मक रखें। खुशियां तो आसपास बिखरी हैं। जरूरत है तो बस, इन्हें समेटने की। [इन बातों का रखें खयाल]
* परेशानियों से कभी हार नहीं माननी चाहिए। परेशानियों में उलझने की बजाए उन्हें दूर करने पर ध्यान केंद्रित करें।
* छोटी-छोटी बातों में ढेरों खुशियां छुपी होती हैं। इन खुशियों का स्वागत दिल खोल कर करें। खूब हंसे और मुस्कराएं।
* आपकी कुछ आदतें भी परेशानी का कारण बनती हैं। इस बात को समझें। बेहतर होगा, इनमें सुधार लाने की कोशिश करें।
* आलस्य से बचें। जहां तक हो वाद-विवाद से दूर रहने की कोशिश करें। अपने सहयोगियों के साथ रुखा व्यवहार न करें।
* प्रतिदिन कुछ समय अपने उन पसंदीदा कामों के लिए निकालें, जिनसे आपको खुशी मिलती हो। जैसे बागवानी, संगीत, डांस, टीवी या किताबें पढ़ना।
* गरीब और असहाय लोगों की यथासंभव मदद करने की कोशिश करें। इससे मिलने वाली खुशी का आनंद लें।
* वर्तमान को जिएं। पुरानी बातें सोचकर परेशान होने के बजाए वर्तमान को संवारें।

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